सूर्य गायत्री मंत्र "ऊँ आदित्याय विदमहे दिवाकराय धीमहि तन्नो सूर्यः प्रचोदयत।"
स्वर - जीत ओझा
सूर्य गायत्री मंत्र का अर्थ
हे ओम! हे सूर्य देव मैं आपकी आराधना करता हूं, आप मुझे ज्ञान के प्रकाश से प्रकाशित करें, ओह! दिन के निर्माता आप मुझे बुद्धि प्रदान करें और हे सूर्य देव! आप मेरे मन को रोशन कीजिए।
साक्षात रूप में देखे जा सकने वाले सूर्य देवता पृथ्वी के लिए ऊर्जा और प्रकाश का स्त्रोत हैं। इस सूर्य गायत्री मंत्र का जाप सूर्य देव जी के आशीर्वाद को प्राप्त करने के लिए किया जाता है। इस मंत्र के का जाप 108 बार करना चाहिए। इससे सूर्य देव शीघ्रता ही प्रसन्न होकर अपनी कृपा भक्तों पर करते हैं। सूर्य देव के आर्शीवाद से निरोगी जीवन की प्राप्ति होती है। भगवान सूर्य देव की कृपा से बड़े से बड़े रोगों से मनुष्य मुक्त हो जाता है। शारीरिक कष्टों से मुक्ति पाकर शांति से अपना जीवन व्यतीत करता है।
Surya Gayatri Mantra is Very Powerful to Chant During Solar Eclipse for Good Health and Prosperity.
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